Author Overview

अपने जीवन की नैया खेता एक नन्ही जान हूँ
 ज़िन्दगी के इन अजीब रास्तों से अनजान हूँ
 इन्द्रधनुषी दुनिया में कुछ वक़्त का मेहमान हूँ
 खुदा की लिखी आयत का कोई बिछड़ा पैगाम हूँ
 ज़िन्दगी में अपने वजूद को ढूंढ़ता इक इंसान हूँ
 मैं सिर्फ इक इंसान, मैं सिर्फ इक इंसान हूँ
~ © निशांत भटनागर

Books

Premium Online Reads

Free Online Reads

Blogs

Write on Nishant Bhatnagar's Wall

Please Login or Register to post on wall

Message Wall